मानसरोवर--मुंशी प्रेमचंद जी

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कैदी (कहानी) : मुंशी प्रेमचंद आइवन का मन आज बहुत चंचल हो रहा था। कभी अकारण ही हँसने लगता, कभी अनायास ही रो पड़ता। शंका,प्रतीक्षा और किसी अज्ञात चिंता ने उसके ...

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